प्रिय, पाठकों इस पोस्ट में हमने अनेकार्थक (अनेकार्थी) शब्द – एक शब्द के अनेक अर्थ अर्थात Words With Different Meanings के बारे में जानकारी प्रदान की है। हम कुछ ऐसे शब्दों को जानेंगे जो भाषा को अधिक प्रभावशाली बना देते हैं। कहने का अभिप्राय यह है कि भाषा में बहुत से ऐसे शब्द होते हैं जो भिन्न – भिन्न शब्दों को दर्शाते हैं ।
अनेकार्थी शब्द ( Words With Different Meanings) परिभाषा
अनेकार्थक शब्द का अर्थ है किसी शब्द के अनेक अर्थ होना । हिन्दी में ऐसे अनेक शब्द हैं, जिनके अनेक अर्थ होते हैं। यहाँ कुछ ऐसे बहु प्रचलित शब्द दिये जा रहे हैं जिनके अनेक अर्थ हैं ।
अनेकार्थी शब्दों की सूची
यहाँ पर अनेकार्थक (Words With Different Meanings) शब्दों की एक सूची दी जा रही है जिससे आप अनेकार्थी शब्दों के बारे में अच्छी तरह समझ जाएँगे –
अनेकार्थक (Words With Different Meanings) सारणी-1
शब्द | भिन्न – भिन्न अर्थ |
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अंक | संख्या, गोद, नाटक का अंक, अध्याय, चिह्न । |
अम्बर | वस्त्र, आकाश। |
अक्षर | वर्ण, अविनाशी, मोक्ष, ईश्वर । |
अर्थ | धन, कारण, अभिप्राय। |
अज | ब्रह्मा, शिव, बकरा। |
अर्क | सूर्य, आक, सौंफ आदि का भाप से खींचा हुआ रस । |
अदृष्ट | भाग्य, गुप्त, जो देखा न गया हो । |
अधर | ओंठ, पृथ्वी, और आकाश के बीच का भाग । |
अपवाद | निंदा, कलंक, नियम के बाहर । |
अपेक्षा | तुलना में, आशा, आवश्यकता । |
अतिथि | मेहमान, साधु, यात्री, अपरिचित व्यक्ति । |
अनन्त | विष्णु, आकाश अन्तहीन । |
आतुर | विकल, रोगी, उत्सुक, अशक्त । |
आम | आम का फल, सामान्य । |
आली | सखी, पंक्ति, रेखा। |
उपचार | उपाय, सेवा, इलाज। |
उत्तर | जवाब, उत्तर दिशा। |
कंचन | सोना, काँच, निर्मल, धन-दौलत, नीरोग, स्वस्थ । |
कृष्ण | काला, श्रीकृष्ण, एक पक्ष का नाम (कृष्ण पक्ष) |
कनक | धतूरा, सोना, गेहूँ। |
कल | सुन्दर, आराम, मशीन, बीता हुआ कल, आने वाला कल । |
कला | अंश, एक विषय (आर्ट) कुशलता, शोभा, तेज, युक्ति । |
कर | टैक्स, हाथ, सूंड, किरण। |
कक्ष | बगल, कमरा। |
काम | इच्छा, कामदेव, कार्य, वासना । |
काल | समय, मृत्यु। |
कुशल | चतुर, सुखी, सुरक्षित । |
कुल | वंश, जाति, घर, गोत्र, सारा । |
कुंजर | हाथी, बाल, श्रेष्ठ । |
कुटिल | टेढा, घुंघराला, कपटी। |
अनेकार्थक (Words With Different Meanings) सारणी-2
शब्द | भिन्न – भिन्न अर्थ |
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कोष | खजाना, फूल का भीतरी भाग । |
खर | गधा, तिनका, तीक्ष्ण। |
खेचर | देवता, ग्रह, पक्षी। |
गण | समूह, मनुष्य, भूत-प्रेत, तीन वर्गों का समूह (छन्द शास्त्र) । |
गुरु | श्रेष्ठ, अध्यापक, भारी, बड़ा, दो मात्राओं वाला वर्ण । |
गौ | गाय, पृथ्वी, इन्द्रियाँ । |
ग्रहण | लेना, सूर्य-चन्द्र ग्रहण, दोष । |
गुण | रस्सी, स्वभाव, कौशल, रज, सत और तमोगुण । |
घट | घड़ा, हृदय, कम, शरीर । |
घन | बादल, घना, भारी, हथौड़ा। |
घर | मकान, कुल, कार्यालय । |
चीर | वस्त्र, रेखा, पट्टी, चीरना (क्रिया)। |
जड़ | अचेतन, मूर्ख, वृक्ष का मूल । |
जवान | सैनिक, योद्धा, वीर, युवा । |
जीवन | पुत्र, वायु, प्राण, जिन्दगी, जल । |
चपला | लक्ष्मी, बिजली। |
तप | साधना, गर्मी, अग्नि, धूप। |
तात | पिता, भाई, पूज्य । |
तीर | किनारा, बाण । |
दल | समूह, सेना, पत्ता । |
दर्शन | देखना, दर्शनशास्त्र, नेत्र, आकृति, दर्पण । |
द्विज | पक्षी, ब्राह्मण, चन्द्रमा, दाँत । |
धारणा | विचार, बुद्धि, समझ, विश्वास, मन की स्थिरता । |
नग | पर्वत, नगीना, वृक्ष । |
नव | नया, नौ। |
नायक | नेता, मार्गदर्शन, नाटक के काव्य का मुख्य पात्र, सेनापति । |
नाक | नासिका, स्वर्ग, आकाश, प्रतिष्टा । |
नाग | साँप, हाथी, नाग-केशर। |
पक्ष | तरफ, सहायक, दो सप्ताह । |
पट | कपड़ा, पर्दा, चित्र का आधार, द्वार । |
पत्र | पत्ता, चिट्ठी, पृष्ट, समाचार पत्र । |
पतंग | पक्षी, गुड्डी, सूर्य, शलभ । |
पद | पैर, छंद का एक चरण । |
पूर्व | पहले, एक दिशा का नाम । |
पय | दूध, पानी। |
प्रसाद | कृपा, अनुग्रह, हर्ष, नैवेद्य। |
अनेकार्थक (Words With Different Meanings) सारणी-3
शब्द | भिन्न – भिन्न अर्थ |
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प्रकृति | कुदरत, स्वभाव, मूलावस्था । |
पानी | जल, मान, चमक। |
फल | परिणाम, लाभ, खाने का फल । |
भव | संसार, उत्पत्ति, शंकर । |
भुवन | संसार, जल, लोग, चौदह की संख्या । |
भृति | नौकरी, मज़दूरी, वेतन, मूल्य (जीवन निर्वाह के लिए मिलने वाला धन)। |
भेद | प्रकार, रहस्य, भिन्नता, फूट, तात्पर्य । |
भोग | सुख-दुःख आदि का अनुभव, खाना, प्रारब्ध, नैवेद्य । |
मधु | शहद, मदिरा, मधु ऋतु (वसंत) । |
मित्र | सूर्य, दोस्त । |
मोह | मूर्छा, अज्ञान, प्यार, ममता, आसक्ति । |
मत | सम्मति, धर्म, वोट, नहीं। |
लक्ष्य | उद्देश्य, निशाना । |
लय | डूबना, मिलना, स्वरों की संगीतात्मकता । |
वार | दिन, आक्रमण, प्रहार । |
विषम | जो सम न हो, कठिन, भयंकर, तीव्र, एक अर्थालंकार । |
विषय | जिसके बारे में कुछ कहा |
वृत्ति | पेशा (प्रोफेशन), छात्रवृत्ति, कार्य, स्वभाव, नीयत । |
विज्ञ | जानकार, विद्वान्, बुद्धिमान् । |
वर्ण | रंग, रूप, अक्षर, भेद, वर्ण-विभाग-ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य आदि । |
विधि | भाग्य, रीति, नियम, ब्रह्मा, व्यवस्था, भाँति । |
वर | अच्छा, वरदान, उत्तम, पति, जिसके साथ कन्या का विवाह निश्चित हुआ हो। |
लगना | क्रम से लगना, व्यय होना, काम में लगे होना, चोट पहुँचना । |
रस | स्वाद, सार, पुस्तक पढ़ने या नाटक आदि देखने से प्राप्त आनन्द, प्रेम, सुख,पानी, शरबत, फलों का निचोड़ । |
रंग | नाच-गान, नृत्य या अभिनय स्थान, वर्ण, रँगने की सामग्री, प्रेम, चाल, दशा। |
श्यामा | राधा, यमुना नदी, काले रंग की गाय, राम, स्त्री, कोयल । |
श्री | वेद, कान, सुनना, सुनी हुई बात । |
शिखी | मोर, अग्नि, पर्वत । |
सार | बल, खाद, लोहा, तत्व, निष्कर्ष, हीरा । |
सारंग | मोर, कोयल, कमल, भ्रमर, साँप, बादल, मृग, पपीहा, हंस, कामदेव, धनुष। |
सूत | धागा, सारथी। |
हरि | विष्णु, सिंह, सर्प, सूर्य, इन्द्र, वानर । |
हर | शिव, हर लेना (हरजा)। |
हल | समाधान, खेत जोतने का यंत्र । |
हार | पराजय, गले का हार। |